गरीब लड़के का कहानी
एक समय की बात है एक गांव में एक भिखारी रहता था वह भिखारी लोगों से भीख मांग कर अपना गुजारा करता था उसकी पत्नी बोली हम लोग कब तक भीख मांगेंगे क्या भगवान ने हमारे नसीब में भीख मांगना ही लिखा है
तभी भिखारी अपने पत्नी को समझाते हुए कहा तुम चिंता मत करो भगवान जरूर कुछ ना कुछ सोचा होगा हमारे लिए जरूर कुछ ना कुछ करेगा तभी उस भिखारिन का एक लड़का जन्म लेता है जन्म लेने के बाद जब 5 साल का हो जाता है
तब वह अपने माता-पिता से जिद करने लगता है कि मुझे स्कूल पढ़ने जाना है परंतु भिखारी माता-पिता के पास इतना पैसा नहीं था कि वह अपने बच्चों को पढ़ा सकें तभी उस लड़के ने अपने माता पिता से कहा आप चिंता मत करो मैं
सरकारी स्कूल में पढ़ लूंगा भिखारी का लड़के का नाम श्याम था श्याम घर में जो भी रुखा सुखा रहता उसे खा कर पढ़ाई करने चला जाता जब पढ़कर आता तो जो भी रुखा सुखा मिलता उसे खाकर अपना होमवर्क करने लगता था
धीरे-धीरे श्याम बड़ा होता गया शाम जब इंटर फाइनल कर लिया तो उसने आगे की पढ़ाई की कोशिश की परंतु उसके माता-पिता के पास इतने पैसे नहीं थे कि वह आगे की पढ़ाई करा सके श्याम ने सोचा मैं क्यों ना
काम करते करते अपनी पढ़ाई पूरी करो और श्याम ने यही किया वह काम करते-करते अपनी आगे की पढ़ाई करने लगा श्याम को काम का भी एक्सपीरियंस मिलने लगा और उसने धीरे धीरे काम को बहुत अच्छी तरीके से समझ गया श्याम
धीरे-धीरे कॉन्टैक्टर बन गया उसके अंदर में 10000 लोग काम करने लगे अब उसके माता-पिता को भीख मांगने की जरूरत नहीं थी क्योंकि अब वह शाम नहीं रहा भिखारी का लड़का क्योंकि वह बन गया था एक बिजनेसमैन इसीलिए कहते हैं
दोस्तों कभी भी हमारा कर्म छोटा नहीं होता है हम उसे खुद छोटा बनाते हैं कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता अगर जो हम किसी भी कार्य को करना शुरू कर देंगे तो आने वाले समय में हमें कामयाबी मिल ही जाती है
यह दोस्तों हमारा खुद का एक्सपीरियंस है कि मैं पहले क्या था और अभी क्या हूं दोस्तों कभी भी किसी भी काम को छोटा मत समझ आएगा उसे लगन और ईमानदारी के साथ करना पसंद करिएगा दोस्तों लाइफ में एक न
एक दिन आप बहुत आगे बढ़ जाएंगे तो दोस्तों आशा करता हूं यह पोस्ट आपको बहुत ही अच्छा लगा होगा अच्छा लगा होगा तो प्लीज कमेंट करके हमें जरूर बताइएगा